वन स्टॉप सेंटर का संचालन बैकुण्ठपुर महलपारा में …..आपकी पहुच तक
वन स्टॉप सेन्टर में सभी वर्ग की महिलाओं व बालिकाओं को सलाह, सहायता, मार्गदर्शन एवं संरक्षण प्रदाय किया जा रहा
वन स्टाप सेंटर में अब तक 1480 प्रकरण का हुआ निराकरण
कोरिया /बैकुंठपुर -भारत में महिलाओं के विरूद्ध हिंसा को समाप्त करने / उनको हिसा से संरक्षण प्रदान करने के लिए अनेक वैधानिक प्रावधान उपलब्ध है। इसके बाद भी घरेलु हिंसा, लैंगिक हिंसा, बलात्कार, दहेज के लिए उत्पीडन, एसिड अटेक, डायन / टोनही के नाम पर प्रताड़ना, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन, अवैध मानव व्यापार, बाल विवाह, लिंग चयन व भ्रूण हत्या, इत्यादि रूपों में हिंसा समाज में विद्यमान है।
महिलाओं को एकीकृत रूप से सहायता उपलब्ध कराने के लिए भारत शासन, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार की सहायता से प्रदेश के प्रत्यक जिले में वन स्टॉप सेंटर संचालन की स्वीकृति किया गया। वन स्टॉप सेन्टर में सभी वर्ग की महिलाओं व बालिकाओं को सलाह, सहायता, मार्गदर्शन एवं संरक्षण प्रदाय किया जा रहा है।
जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिले में सखी वन स्टॉप सेंटर का संचालन बैकुण्ठपुर महलपारा के पास किया जा रहा है। सेंटर द्वारा एक ही छत के नीचे महिलाओं को निःशुल्क विधिक, चिकित्सा, परामर्श एवं अधिकतम 5 दिन आश्रय देने का प्रावधान है, जो सेंटर में 24 घंटे 7 दिन अपनी सेवाएं पीड़ित, असहाय महिला एवं बालिकाओं को दे रहे हैं। सेंटर द्वारा परिवार से परित्यक्त, असहाय, मानसिक रूप से परेशान महिलाओं का पुनर्वास किया जा रहा है। सखी सेंटर में काउंसलिंग की भी सुविधा है, यहां दर्ज प्रकरणों में दोनो पक्षों की काउंसलिंग कर आवेदिका और अनावेदक को समझाइश भी दी जाती है। सखी वन स्टॉप सेंटर में घरेलू हिंसा के सर्वाधिक प्रकरण आते हैं। योजना के प्रारंभ से जून 2023 तक सेंटर में अब तक कुल 1544 प्रकरण प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 1480 का निराकरण किया जा चुका है। इसमें 55 महिला-युवतियों का इलाज करवाया गया है और 412 महिला-युवतियों को आश्रय दिया गया। 9 मानसिक रूप से परेशान महिलाओं को मानसिक चिकित्सालय सेंदरी बिलासपुर में इलाज की सुविधा भी प्रदान की गई।