विधायक मनेंद्रगढ़. महापौर चिरमिरी सहित थाना स्टाप चिरमिरी ने एक साथ थाना परिसर में लिया बोरे बासी का आनंद ।
राकेश मेघानी की कलम से
कोरिया प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने श्रमिक दिवस के अवसर पर सभी प्रदेशवासियों से छत्तीसगढ़ के पारम्परिक भोजन बोरे बासी खाने का आव्हान किया । जिले के जनप्रतिनिधियों सहित अधिकारी-कर्मचारियों, और आम नागरिकों ने बोरे बासी खाकर श्रमवीरों और छत्तीसगढ़ी आहार व संस्कृति को सम्मान दिया।
आम वृक्ष की छाया में श्रमवीरों के सम्मान, छत्तीसगढ़ी आहार व संस्कृति के गौरव की अनुभूति के साथ मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने महापौर चिरमिरी कंचन जायसवाल के साथ थाना परिसर चिरमिरी में सभी पुलिस जवानों के साथ बोरे बासी का आनंद लिया। इस दौरान विधायक मनेंद्रगढ़ और महापौर चिरमिरी ने बोरे-बासी का स्वाद बहुत भाया उन्होंने कहा की यह हमारी छत्तीसगढ़ी राज्य की प्रतीक है । जिसकी मजबूत पहल कर मजदूरो के असल जीवनं को हमारे मुखिया ने अपने दृण संकल्प और उच्च निर्णय से राज्य और मजबूत हो रहा है । विधायक श्री जायसवाल ने चुटकी लेते हुए कहा की भाजपा कभी अपने 15 वर्षो के कार्यकाल में पताल चटनी नाम जानते है अगर मालूम होता तो 47 से 15 में नहीं आते बहरहाल नवीन जिले (MCB) के विभिन्न जगहों पर बोरे बासी खाने का सामूहिक आयोजन भी किया गया। सभी ने बोरे बासी के साथ नून चटनी, अचार, मिर्च, गोंदली (प्याज) सहित विभिन्न व्यंजनों का भी स्वाद चखा ।
मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के आव्हान पर मनेंद्रगढ़ पुलिस और पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ व्यंजनों का सम्मान किया
मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने श्रमिक दिवस को बोरे बासी दिवस के तौर पर आयोजित करने का आव्हान किया, जिसका अनुसरण करते मनेंद्रगढ़ थाना परिसर में एस डी ओ पी राकेश कुर्रे के साथ पत्रकार और थाना स्टाफ ने बोरे बासी का सेवन कर मनेंद्रगढ़ के साथ छत्तीसगढ़ में छतीसगढ़ के व्यंजनों का सम्मान किया
उल्लेखनीय है कि बोरे बासी छत्तीसगढ़ की प्राचीन भोजन शैली तथा पारम्परिक विरासत है, जिसे पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री बघेल ने श्रमिक दिवस को बोरे बासी दिवस के तौर पर आयोजित करने का आव्हान किया, जिसका अनुसरण करते हुए जिले के विधायक महापौर, सभापति, निर्वाचित पार्षद.मनोनीत पार्षद सहित सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों, आमनागरिकों, मजदूरों, मनरेगा श्रमिकों ने भी बोरे बासी खाकर प्रदेश के पाम्परिक व्यंजन का मान बढ़ाया ।