बुजुर्ग हमारी धरोहर हैं। उन्हें सम्भालने – सहेजने की जरूरत है।बुजुर्ग हैं तो हम हैं इनके लिए मनेंद्रगढ़ में एक संस्था ने सहयोग का हाथ बढ़ाया है अगर आपके आस पास कोई पीड़ित बुजुर्ग है तो कॉल करें ..….
हमारे पास सब कुछ है तब भी हम पूर्ण नही अगर हमारे बुजुर्ग हमारे पास नही राकेश मेघानी की कलम से हम रिश्तों में सब बना सकते है लेकिन अपने…