ग्राम पंचायतों में कर वसूली के साथ दस्तावेज संधारण अद्यतन रखें ग्राम पंचायत सचिव – सीइओ
राकेश मेघानी की कलम से
बैकुण्ठपुर – ग्राम पंचायत में करों की वसूली के लिए सक्रियता से कार्य करते हुए ग्राम पंचायतों के सचिव समस्त दस्तावेजों के संधारण को अद्यतन रखें। साथ ही स्वच्छता और पेयजल के लिए ग्राम पंचायतों को मिलने वाली विभिन्न योजना अंतर्गत राशि का समुचित उपयोग करें। उक्ताशय के निर्देश जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी नम्रता जैन ने ग्राम पंचायत सचिवों की बैठक के दौरान देते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत की नियमित जांच के लिए करा रोपण अधिकारियों को नियुक्त करें और उनकी रिपोर्ट की कापी जनपद पंचायतों के साथ जिले में भी ली जाए ताकि जनपद पंचायत स्तर से की गई कार्यवाही का विवरण लिया जा सके। शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी और नियमित तौर पर वर्मी कंपोस्ट का आनुपातिक निर्माण ना करने वाले ग्राम गौठानों के पंचायत सचिवों की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में दोनों जिले के करारोपण अधिकारी भी उपस्थित रहे। कोरिया एवं एमसीबी जिले के सभी जनपद पंचायतों में पदस्थ करारोपण अधिकारियों को प्रति सप्ताह एक ग्राम पंचायत की नियमित जांच के निर्देश देते हुए जिला पंचायत सीइओ कहा कि ग्राम पंचायत में जाकर गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन के साथ ही ग्राम पंचायत के सभी दस्तावेजों की भी विस्तृत जांच करें और उसका प्रतिवेदन प्रति सप्ताह प्रस्तुत करें। उन्होने ग्राम पंचायतों के गौठानों में नियमित रूप से कार्य ना करने वाले समूहों को पृथक कर नए समूहों को वर्मी कंपोस्ट उत्पादन कार्य में संलग्न करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत सीइओ ने बैठक के दौरान कहा कि ग्राम पंचायत सचिवों का दायित्व अत्यंत महत्वपूर्ण है। ग्राम पंचायतों में 16 पंजियों के संधारण के साथ ही सभी योजनाओं के दस्तावेजीकरण का कार्य भी बेहद आवश्यक है। ग्राम पंचायत सचिवों को मूलभूत, पंद्रहवें वित्त आदि जैसी योजनाओं की राशि खर्च करते समय यह विशेष ध्यान रखना होगा कि जिस मद के लिए राशि आवंटित हुई है केवल उसी मद के कार्य में उसे खर्च करें और उसका पूरा दस्तावेजीकरण सही ढंग से करें ताकि किसी भी तरह से अनियमितता ना हो। नियमित तौर पर कार्यालय ग्राम पंचायत खोलने के निर्देश देते हुए जिला पंचायत सीइओ ने ग्राम पंचायतों में करों की वसूली के लिए कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए। उन्होने बैठक में उपस्थित करारोपण अधिकारियों से पृथक से बातचीत कर उनके कार्यों की समीक्षा की। साथ ही सभी को अपने निर्धारित दायित्वों के अनुरूप कार्य करने निर्देश दिए।