बरतुंगाहिल और अंजन हिल माइंस के पुनः संचालन को मिली अनुमति, पलायन और विस्थापन की बड़ी समस्या को अब लगेगा विराम..
राकेश मेघानी की कलम से
एम सी बी / चिरमिरी । मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जयसवाल के अथक प्रयास से एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र को बड़ी सौगात मिली हैं।आपको बता दे कि मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जयसवाल के लगातार प्रयास, पहल और पत्राचार पर जिले के इकलौते नगर निगम चिरमिरी में हो रहे पलायन और विस्थापन की बड़ी समस्या पर अब विराम लगेगा।
चिरमिरी क्षेत्र की वर्ष 2010 में दुर्घटना के कारण बंद पड़ी अंजन हिल माइंस के पुनः संचालन एवं बरतुंगा हिल भूमिगत खदान के संचालन के लिए भारत सरकार ने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड को स्वीकृति मिल गई हैं। यह भी बताया जा रहा हैं कि इसके साथ ही तीन और खदानों का जल्द हो सकता है पुनः संचालन। चिरमिरी में पुनः खदानें खुलने से क्षेत्र वासियों के जीवन स्तर और व्यापार में बढ़ोतरी होगा।
इस सम्बंध में मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जयसवाल ने चर्चा कर बताया कि……
आज मेरी माटी को उसकी अपनी पहचान मिली जिसका मै सदैव ऋणी रहूँगा. आप सभी के समर्थन और मनोबल के साथ अथक प्रयास से चिरमिरी क्षेत्र को बड़ी सौगात से नवाजा गया है … मेरी माटी के लिए लगातार प्रयास, पहल और पत्राचार की जीत हुई. मेरी माटी से हो रहे पलायन और विस्थापन की बड़ी समस्या पर आज विराम लग गया. ईश्वर ने मुझे इसका साक्षी बनाया.. बीते 12 वर्ष पहले एक बड़ी दुर्घटना के कारण वर्ष 2010 में बंद हुई अंजन हिल माइंस जहाँ मेरे माटी के 14 श्रमवीर शहीद हुए और अपने परिवार को अकेला छोड़ कर चले गए। जिसका दर्द आज भी मेरी माटी के गर्भ में दिखाई देता है. इसके पुनः संचालन के साथ बरतुंगा कालरी में ही.. बरतुंगा हिल नाम से स्थापित बंद पड़ी भूमिगत खदान को भी एक बार फिर से संचालन करने की अनुमति देकर मेरी माटी को उसकी अपनी पहचान देने के लिए भारत सरकार ने साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड को शासकीय स्वीकृति देकर उसका कर्ज उतारा . आने वाले दिनों में मेरी माटी की तीन और खदानों को पुनः संचालन करने की भी शासकीय प्रक्रिया होने की भी मुझे जानकारी साझा की गई है । मेरी माटी की बंद पड़ी खदानों के खुलने से जहाँ क्षेत्र वासियों के जीवन स्तर के साथ उनके पलायन की मज़बूरी पर विराम लगा वही मेरी माटी के व्यापार जगत को भी मजबूती मिलेगी ।