जिला पंचायत सदस्य बलरामपुर ने मजदूरी भुगतान 193 रु से बढ़ाकर ₹300 करने की रखी मांग
राकेश मेघानी की कलम से
बलरामपुर। जिला पंचायत सदस्य बलरामपुर प्रभात बेला मरकाम ने रायपुर में उपस्थित होकर माननीय राहुल गांधी को पत्र के माध्यम से अवगत कराया कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में मजदूरी बढ़ा पूर्ण करने के लिए मांग रखी हैं
छत्तीसगढ़ राज्य आदिवासी बाहुल्य प्रदेश है जिसका कुछ भाग नक्सली प्रभावित क्षेत्र है। राज्य में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के साथ सामान्य वर्ग के लोग बढ़ी संख्या में निवास करते है। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना राज्य में है। जिसमें प्रति मजदूर के लिए मजदूरी दर रूपये 193 प्रतिदिन निर्धारित है जो आज के इस महंगाई के दौर में अत्यधिक कम है। -किसी परिवार में कमाने वाला एक ही व्यक्ति होता है जिस पर आश्रित सदस्य परिवार में चार-पांच की संख्या में होते हैं। इसके साथ बच्चों की पढ़ाई और अन्य कार्यो के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। ऐसे परिवार का खर्च मजदूरी दर कम होने से परेशानीओ का सामना करना पड़ता है कर्ज लेकर दिनचर्या के साथ अन्य जरूरत पूरी हो पाती है।हमारी मांग योजना के तहत मजदूरी 193 रुपये से बढ़ाकर कर मजदूरी 300 रुपये प्रति व्यक्ति प्रतिदिन किया जाए ।अगर मेरे माध्यम से जो मांग रखी गई उसे पूरा किया जाता हैं तो इससे नरेगा में कार्य करने वाले मजदूरों की आमदनी बढ़ेगी जिसका सीधा लाभ मजदूरों को मिलेगा ।